अमेठी में गांधी परिवार या अमेठी परिवार!

कांग्रेस का सपा से गठबंधन में सबसे ज्यादा चर्चा अमेठी और रायबरेली को लेकर है कि यहां से कांग्रेस से कांग्रेस का प्रत्याशी कौन होगा?
सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने के बाद रायबरेली के नाम लिखे भावनात्मक पत्र से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रियंका गांधी रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी, परंतु अमेठी को लेकर सवाल वही है क्या राहुल वायनाड छोड़ेंगे अथवा दोनो जगह से लड़ेंगे या केवल वायनाड से लड़ेंगे तो कौन होगा अमेठी से कांग्रेस का प्रत्याशी?
राहुल गांधी केरल के वायनाड से सांसद है 2019 के चुनाव में स्मृति ईरानी से हारने के अमेठी में उनकी ज्यादा रुचि नहीं रही राहुल गांधी पूरे 5 वर्ष में भारत जोड़ो न्याय यात्रा को लेकर कुल 4 बार अमेठी गए, अमेठी राहुल गांधी के राजनैतिक और सामाजिक दफ़्तर भी बंद हो गए है, ऐसे में यदि राहुल गांधी सिर्फ वायनाड से चुनाव लड़ते हैं तो अमेठी से राहुल गांधी के उत्तराधिकारी के तौर पर जो नाम की प्रमुख रूप से चर्चा है वह राहुल गांधी के चचेरे भाई वरुण गांधी जो आजकल अपनी पार्टी पर ही हमलावर रहते हैं लेख और पत्र लिख कर अपनी ही सरकार और पार्टी को कटघरे में खड़ा करते रहते है, और दूसरे अमेठी के रहने वाले पूर्व MLC दीपक सिंह जो गांधी परिवार के करीबी और भरोसेमंद माने जाते हैं स्मृति ईरानी को हर मौके पर घेरते भी रहते हैं, यही वजह थी जब 2022 में प्रियंका गांधी अमेठी में कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए वोट मांग रही थी तब दीपक सिंह सभी पांचों विधानसभा में प्रत्याशी के साथ अपनी गाड़ी की छत पर ऊपर साथ रख अमेठी को संदेश दे दिया था।
कांग्रेस के सूत्र बताते हैं, पार्टी राहुल गांधी vs मोदी का मुकाबला दिखाना चाहती है ना की स्मृति ईरानी vs राहुल गांधी, और राहुल गांधी के अमेठी से प्रत्याशी होते ही मीडिया में राहुल vs ईरानी शुरू हो जाएगा।

अब यह फैसला सिर्फ राहुल गांधी को करना होगा कि वह अपने चचेरे भाई वरुण गांधी के नाम पर मुहर लगाते हैं अथवा अमेठी के रहने वाले दीपक सिंह पर नाम पर।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *